Monday, July 21, 2014

Promise (वादा) कविता पुस्तकालय शिक्षार्थियों एवं व्वासायियो के उत्साहवर्धन हेतु प्रेषित की जा रही है


                                             वादा


      हे पुस्तकालय के शिक्षार्थियों , हे पुस्तकालय के व्यवसायियो |


      खुद से करो आज वादा, खुद से करो आज वादा |


      बढते रहेंगे तुम्हारे कदम आ जाये कितनी भी बाधा |


      हे पुस्तकालय ......................................................


      बढते रहो तुम उत्साह से, हटना नहीं तुम कभी राह से |


      मंजिल मिलेगी तुम्हे जरुर, चलते  रहो बस  विश्वास से |


      डगमगा जाये कदम अगर, पर रखना अटल इरादा  |


      हे पुस्तकालय .......................................................


      अपनी क्षमता को पहचानो तुम, कमजोर नहीं हो ये जानो तुम |


      ज्ञान की ज्योति जलाकर अन्दर, हर एक परीक्षा दे डालो तुम |


      देर से ही, चमकोगे तुम भी, अपेक्षाओ से ज्यादा |


      हे पुस्तकालय ...........................................................


      जीवन भले ही संघर्ष हो, मन में फिर भी सदा हर्ष हो |


      जीवन का उद्देश्य पूरा हो कैसे, इसपर, विचार विमर्श हो |


      उच्च विचार रखना सदा , जीवन भले हो सादा |


      हे पुस्तकालय ..............................................................




मनीष कुमार मिश्रपुस्तकालय सहायकबीबीएयू ,लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

Granth